Kheti Kisani: छप्पर फाड़ मुनाफा होगा इस खेती से, इस तरह से करे करे यह खेती, आज हम किसान भाइयो को यह बताने जा रहे है की इस फल की खेती को करे जिससे होगा तगड़ा मुनाफा और इस फल को लगभग सभी लोग खाना पसंद करते है और यह खेती कम लागत में हो जाती है और इसके फल देखने में बहुतही जयदा अच्छे लगते है और इस फल से टॉफी और जेली और जैम को बनाया जाता है और साथ में जोश भी बनाया जाता है जिसे बच्चे बहुत ही जयदा पसंद करते है और इसलिए इस फल की मार्किट में छी खासी डिमांड में बनी रहती है इसलिए किसान को इस फसल की खेती करने से मोटा मुनाफा होगा और भारत में लीची की खेती कई जगहों पर की जाती है
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देखे लीची की उपज के बारे में
आज हम यहाँ पर आपको लीची की खेती की उपज के बारे में बताने जा रहे है और जो किसानो के लिए काफी फायदेमंद रहेगी और आपको यहाँ पर भी बता दे भारत, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा लीची उत्पादक देश है और देश में कुल लीची का लगभग 70% उत्पादन सिर्फ बिहार में होता है, बिहार के शाही लीची की मशहूरी विदेशों में भी है और यहां की लीची का निर्यात विभिन्न देशों में किया जाता है।
जाने इस खेतो करने का सबसे सही समय
इस फसल की खेती करने के लिए जुलाई से लेकर अगस्त का महीना सबसे अच्छा रहता हैऔर इसकी बागवानी में पानी देने के लिए पोधो में 15 दिन पनि देने की जरुरत होती है और पौधा लगने के बाद सिचाई की जरुरत भी नहीं होती है और इसमें जरुरत के अनुसार ही पोधो में पानी दिया जाता है
जाने कैसे करें इसकी खेती
इसकी खेती करने के लिए सबसे पहले खेत की जुताई करने की ज़रूरत होती है ताकि पोधो में को अच्छी तरह से लगाया जा सके और बगीचा बनाने से पहले वायुरोधी पौधों की गहनता बढ़ने वाले 2 कतारों को चारों तरफ लगा देना चाहिए।और लीची में पौधरोपण के लिए बाग लगाने की अनेक विधियां प्रचलित हैं, लेकिन कमर्शियल स्तर पर वर्गाकार विधि से पौधा लगाने की सलाह दी जाती है।
इस फल को खाने के फायदे
इस फल को खाने के बहुत ज्यादा फायदे होते है और इसमें बहुत विटमिन और मिनरल्स पाए जाते है जैसे की लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस पाया जाता ही और जो इसे काफी फायदेमंद बनाते हैं।और इसका सेवन करने से यह त्वचा को तारो ताजा करती है और साथ में मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद करता है।