सरकार के फैसले के बाद हिट एंड रन कानून में किए गए संशोधन का देशभर में चक्का जाम कर विरोध का सिलसिला चल रहा है। वही पुरे देश के साथ साथ मध्यप्रदेश में भी ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के चलते पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के पेट्रोल पंप पर सुबह से लाइनें लगी हुई हैं।
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मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने बयान में कहा की लोकतंत्र में एकतरफा फैसलों के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। संसद में संवाद के बिना ट्रक ड्राइवर्स के खिलाफ इतना कठोर कानून बनाना समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग पर हमला है। कानूनों के विरोध में हो रही हड़ताल से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। वही कमलनाथ ने सरकार को ड्राइवर्स से बात कर समस्या का सर्वसम्मत हल निकालने की राय दी।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार को हड़ताल ख़त्म करने के दिए निर्देश
मध्यप्रदेश में आज दूसरे दिन मंगलवार को ट्रक-बस ड्राइवर्स की हड़ताल का असर जरूरी सेवाओं पर दिख रहा है। इसके चलते मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सरकार को हड़ताल खत्म कराने के निर्देश दिए हैं। दो याचिकाओं पर मंगलवार को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने कहा, हड़ताल को तुरंत खत्म करवाया जाए। सरकार परिवहन बहाल करवाए। इस पर सरकार की तरफ से महधिवक्ता ने कहा, आज शाम तक इस मामले में अहम निर्णय लिया जा रहा है। ये याचिकाएं नागरिक उपभोक्ता मंच और अखिलेश त्रिपाठी की ओर से दायर की गई हैं।
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मध्यप्रदेश के प्रमुख जिलों पर दिखा हड़ताल का असर
ड्राइवर्स की हड़ताल के चलते मध्यप्रदेश के प्रमुख जिलों जैसे भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर सहित अन्य जिलों में दूध से लेकर सब्जी और किराना सप्लाई में भारी कमी हुई है। जिसका असर ज्यादातर शहरों में सब्जियां के ऊपर पड़ता नजर आ रहा है जोकि काफी महंगी हो गईं। ड्राइवर्स की हड़ताल के चलते आज स्कूल-कॉलेज की बसें बंद रहीं, जिसके चलते कुछ स्कूलों में पलकों द्वारा स्वयं बच्चो को स्च्होल छोड़ा गया।