Puja Path Rules : किसी भी समय पूजा करते वक्त रखना चाहिए इन बातों खास ख्याल, तो मिलेगा सदा ईश्वर का आशीर्वाद

Written by News Desk

Published on:

Puja Path Rules : किसी भी समय पूजा करते वक्त रखना चाहिए इन बातों खास ख्याल, तो मिलेगा सदा ईश्वर का आशीर्वाद, हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का विशेष महत्व माना जाता है। प्रतिदिन सुबह सूर्य की पहली किरण के साथ पूजा-पाठ करना काफी शुभ माना जाता है। वहीं कुछ लोग सुबह और शाम दोनों प्रहर पूजा करते हैं। सुबह शाम पूजा-पाठ करने से मन को शांति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। लोग अपने घर की मंदिर में रोजाना नियमित रूप से पूजा-पाठ करते हैं। हालांकि सुबह शाम दोनों समय पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए,पूजा से ईश्वर प्रसन्न हों और उसका शुभ फल मिले इसके लिए आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। शास्त्रों में उल्लेख है।

यह भी पढ़े :- भारत में जमकर बिकती हैं 7-सीटर Maruti Ertiga, सेफ्टी और फीचर्स में नहीं इनका तोड़, जानिए कीमत

शाम को पूजा के लिए न तोड़े फूल

यदि आप सुबह के समय भगवान को ताजे फूल चढ़ाते हैं तो ये बहुत अच्छी बात है,शाम को पूजा करते वक्त फूल न ही तोड़े और नहीं तोड़ कर चढ़ाए। शाम के समय फूल तोड़ना शुभ नहीं होता। इसलिए शाम के समय भगवान को फूल अर्पित न करें और न ही भगवान की पूजा के लिए फूल तोड़ कर लाएं।

यह भी पढ़े :- Tata Nexon की धज्जिया उड़ाने आई नई 2024 Kia Sonet, प्रीमियम फीचर्स और पावरफुल इंजन के साथ जानिए कीमत

न बजाएं शंख और घंटी

सुबह की पूजा में शंख और घंटी बजाने से सकारात्मक ऊर्जा फैलती है, लेकिन शाम के समय घंटी और शंख नहीं बजाना चाहिए। सूर्य डूब जाने के बाद देवी-देवता सोने चले जाते हैं। ऐसे में शंख या घंटी बजाने से उनके आराम में खलल पड़ता और ये किसी भी तरह से पूजा में नहीं होना चाहिए ,

सूर्यदेव की पूजा

जल अर्पित करते समय ॐ घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें। सूर्य को दिए जाने वाले जल में लाल रोली, लाल फूल मिलाकर जल दें। ऐसा करने से भगवान सूर्यदेव का आशीर्वाद मिलता है, और आपके सभी कार्य संपन्न होने लगते हैं। सूर्य पूजन के लिए तांबे की थाली और तांबे के लोटे का उपयोग करना शुभ माना जाता है।किसी भी देवी-देवता की पूजा हो सूर्यदेव का स्मरण जरूर किया जाता है, जल चढ़ाते समय सूर्य मंत्र ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ भास्कराय नम: आदि मंत्रों का जप करना चाहिए।लेकिन सूर्यदेव की पूजा हमेशा दिन में की जाती है। सूर्यास्त के बाद सूर्यदेव की पूजा करना शुभ नहीं माना जाता है।

तुलसी का पत्ता

तुलसी की महिमा इतनी है कि इसका एक पत्ता भी श्राद्ध और यज्ञ आदि में बड़ा पुण्य देता है। भगवान विष्णु जी को तुलसी अति प्रिय है। तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना गया है। लेकिन सूर्य के अस्त होने के बाद तुलसी की पत्तियां न तोड़े और न ही शाम की पूजा में तुलसी का प्रयोग करें।इसे प्रतिदिन सुबह के समय और शाम के समय (गौधूलि) समय पर करें ,घी का दीपक जलाये।

Disclaimer : इस लेख में निहित किसी भी जानकारी की विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई जा रही है । हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।

Related Post

Leave a Comment